विटामिन D3 का कोरोना में क्या उपयोग हैं? और Top vitamin D3 supplements

भारत जैसे देश में जहां सूरज की रोशनी लगभग साल के बारहों महीने नसीब होती है, वहां की 70%-90% आबादी में विटामिन डी की कमी है, यह तथ्य चौंकाने वाला है. एक नए अध्ययन के निष्कर्षों के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि अधिकांश भारतीय विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से ग्रसित हैं!


                      विटामिन डी3 

1)आखिर विटामिन D3 क्या होता है।
2)विटामिन D3 इतना इंपॉर्टेंट क्यों है ।
3)विटामिन D3 को कैसे प्राप्त किया जा सकता है ।
4)विटामिन D3 की कमी के लक्षण क्या है ।
5) विटामिन D3 की कमी से होने वाले नुकसान क्या है 
6) इसकी कमी हो गई तो इलाज क्या है ।


विटामिन डी क्या है?

यह एक फैट सॉल्युबल विटामिन है , यह दो प्रकार का होता है :
1)विटामिन D2 (ergocalciferol): यह बॉडी में डाइजेश नहीं होता और बाहर निकाल दिया जाता है!
2)विटामिन D3 (cholecalciferol): Sunshine Vitamin भी कहते हैं

✓यह नर्व और मसल को कंट्रोल करता है। हड्डियों, लिगामेंट और मसल्स को स्ट्रांग बनाता है 
✓विटामिन D3 गले में सांस की नली में होने वाले इन्फेक्शन से बचाता है 
✓विटामिन D3 सेल में प्रोटीन की मात्रा को नियंत्रित करता है ।
✓और इसका सबसे इंपोर्टेंट काम है। आंतों में कैल्शियम की कमी होने से बचाना, यह कैल्शियम के अब्सर्पशन को बढ़ाता है ।
✓यह कैंसर सेल को बढ़ने से रोकता है।
✓डिप्रेशन को कम करता है। यह सेरोटोइन हार्मोन जोकि मूड और हैप्पीनेस को बढ़ाता है और मेलाटोनिन जोकि स्लीपनिंग हार्मोन है। इन दोनों के लेवल को बढ़ाने में हेल्प करता है जिससे डिप्रेशन कन्ट्रोल करने में हेल्प होती है।

विटामिन D3 को कैसे प्राप्त करें?

 इसको तीन प्रकार से प्राप्त किया जा सकता है
1) नेचुरल फूड
2)सनलाइट
3)सप्लीमेंट्स 

1) नेचुरल फूड
यह animal fat, fish oil, liver, egg yolk और दूध से बने उत्पादों में मिलता है।

2)सनलाइट
विटामिन D3 को सनशाइन विटामिन बी कहते हैं क्योंकि जब हमारे शरीर पर सूरज की किरने पड़ती है तब सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणें हमारे शरीर मेंं मौजूद कोलस्ट्रोल के साथ केमिकल रिएक्शन से विटामिन D3 को बनाती है, जिसे 1,25 डाई हाइड्रोक्सी विटामिन D3 कहते हैं ।


सनलाइट से विटामिन D3 को प्राप्त करने के लिए अलग-अलग राय सुनने को मिलती है यह काफी कंफ्यूजन भरा है लेकिन हम इसको भी समझते हैं।
हमें तीन बार कम से कम, सुबह के अंदर 10 से 12 बजे के बीच, 20 से 25 तक धूप के अंदर रहना होता है। 
महत्वपूर्ण बात यह है कि शरीर का केवल 20% हिस्सा ही कपड़ों से ढका होना चाहिए बाकी शरीर का 80% हिस्सा बिना कपड़ों के होना चाहिए।
लेकिन धूप में ज्यादा देर बैठने से ब्लैकिश स्किन और स्किन कैंसर होने की संभावना होती है।
नैचुरल फूड और सनलाइट से विटामिन D3 को लगातार प्राप्त करना काफी मुश्किल काम है इसीलिए हम इसे सप्लीमेंट के माध्यम से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसके कोई ज्यादा साइड इफेक्ट भी नहीं है और यह हमें आसानी से मिल जाता है

3)सप्लीमेंट
यह सॉफ्ट जिलेटिन कैप्सूल, च्यूएबल टेबलेट, और इंजेक्टेबल फॉर्म में बाजार में उपलब्ध हैं l

विटामिन डी की कमी के लक्षण:

समय रहते इसके लक्षण पहली नजर में सामान्य लाइव स्टाइल डिजीज जैसे ही लगते हैं...
✓जैसे कि शरीर में लगातार दर्द होना
✓ज्यादा थकान रहना और दिन भर सुस्ती रहना
✓जॉइंट में पेन होना या घुटनों में दर्द होना या बैक में पेन होना

विटामिन डी3 की कमी से होने वाले नुकसान क्या क्या है?

ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी हो सकती है जिसमें हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है और हड्डियां आसानी से टूटने लग जाती है ! ऐसी अवस्‍था जिसमें हड्डियां कमजोर और नाजुक हो जाती हैं, शरीर लगातार हड्डी के ऊतकों का अवशोषण और उनको बदलता रहता है, ऑस्टियोपोरोसिस में, नई हड्डी उतनी तेज़ी से नहीं बनती जितनी तेज़ी से पुरानी हड्डी नष्‍ट होती है.

ऑस्टियोपीनिया बीमारी हो जाती है जिस में हड्डी में प्रोटीन की कमी हो जाती है
✓पुरुषों मैं इनफर्टिलिटी की समस्या हो जाती है
✓महिलाओं में पीरियड्स का अनियमित हो जाना बी विटामिन डी की कमी का एक प्रमुख कारण है
✓शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है
मांसपेशियां कमजोर हो जाती है मांसपेशियों में दर्द होता है
✓विटामिन D3 की कमी से दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी रहती है क्योंकि यह रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद करता है।
इसकी बहुत जायदा कमी हो जाने पर इंजेक्शन भी लगवाया जा सकता है।

विटामिन D3 की कमी का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट की जरूरत होती है ब्लड टेस्ट के लिए सैंपल लेब में भेजा जाता है जो 24 घंटे के अंदर में रिपोर्ट दे देता है।
इसकी बहुत जायदा कमी हो जाने पर इंजेक्शन भी लगवाया जा सकता है।

कोरना वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम कर देता है और जिससे संक्रमण के चलते हुए लंग्स पूरी तरह से प्रभावित होते हैं विटामिन D3 रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और इन्फेक्शन कम करने मेंं हेल्प करता है, इम्यूनिटी को भी बूस्ट करता है। जिससे कोरोना से बचने में मदद मिलती है।

विटामिन D3 की कमी कमी हो गई तो इलाज क्या है :  

Online उपलब्ध सबसे Best सप्लीमेंट्स 👉

1) बेस्ट चॉइस न्यूट्रिशन विटामिन D3 कैप्सूल :  (Best Choice Nutrition Vitamin D3 Cap)

यह once a  week फार्मूला है, इस कैप्सूल को वीक में एक बार लेना होता है। 60,000 आईयू (international unit) का एक कैप्सूल सॉफ्ट जिलेटिन कैप्सूल होता है। इसके अलावा इसकी च्यूएबल टेबलेट और powder फार्म में sachet भी available है।
बाजार में उपलब्ध यह प्रोडक्ट सबसे बेस्ट क्वालिटी का प्रोडक्ट है। इसमे जेनेटिकल मोडिफाईड इंग्रेडिएंट (Non GMO) उपयोग में नही लिए गए। Fssai licenses & GMP certified manufacturing company द्वारा इसका निर्माण होता हैं।
MRP: 799 Rs & Selling Price : 289 Rs
यह अमेजॉन , फ्लिपकार्ट, पेटीएम जैसी  ऑनलाइन साइट पर भी अवेलेबल हैं। 
Onilne खरीदने के लिए अभी इस लिंक पे क्लिक करें 

2) HealthKart Vitamin D3 (2000 IU) (60 Tablets)

2000 आईयू (international unit) का एक कैप्सूल सॉफ्ट जिलेटिन कैप्सूल होता है।
MRP: 599 Rs & Selling Price : 359 Rs
Onilne खरीदने के लिए अभी इस लिंक पे क्लिक करें 









3) Now  विटामिन डी-3 400 आईयू (180 सॉफ़्टजेल)


400 आईयू (international unit) का एक कैप्सूल सॉफ्ट जिलेटिन कैप्सूल होता है।
MRP: 1799 Rs & Selling Price : 1350 Rs
Onilne खरीदने के लिए अभी इस लिंक पे क्लिक करें 









4) Natures Velvet Lifecare Vitamin D-3 (60 Soft gels)

5000 आईयू (international unit) का एक कैप्सूल सॉफ्ट जिलेटिन कैप्सूल होता है।
MRP: 500 Rs & Selling Price : 369 Rs
Onilne खरीदने के लिए अभी इस लिंक पे क्लिक करें 








Visit BlogAdda.com to discover Indian blogs

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें